अपना का बिजय दसमी कै सादर बधाई।
जउन भीतर बइठ है वा राबन का जलाई।।
नजर रखी पुजारी अस शिकारी अस नहीं
येतुन मा देस समाज कै होइ जई भलाई। ।
जंगल बिरबा कटरिगे ,मिली कहा अब मित्र।
फेसबुक मा द्याखत रही , निल कण्ठ के चित्र। ।
फेसबुक मा द्याखत रही , निल कण्ठ के चित्र। ।
नील कंठ औ शमी मा ,देखा गा देवत्व।
दसराहा का शुभ हबै ,दरसन करब महत्त्व। ।
हेमराज हंस -भेड़ा
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