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बुधवार, 12 जून 2024

अइसा सिस्टचार।

 अउर कहूं देखे हयन, अइसा सिस्टचार। 

गहगड्डव है आन के, कहूं पारी ही दार।।

हेमराज हंस  

शुक्रवार, 11 नवंबर 2022

अउलाद का तरसा थै

किसान बिचारा   खाद     का    तरसा   थै।
निर्बल  बपुरा  फरिआद    का   तरसा थै।।  
कोऊ जीबन  काटा रहा है  बृद्धाआश्रम मा
औ कोऊ आंसू ढारत 
अउलाद का तरसा थै।। 
 
हम समाज के मिल्लस कै आसा  करी  थे। 
ता अपना हमरे ऊपर इस्तगांसा  करी थे।। 
बहुरुपियव लजाय जाय अपना का देख के 
निकहा नाटक नेरुआ  औ  तमासा करी थे। ।  
 

       

शनिवार, 12 सितंबर 2020

भारत रत्न प्रणव मुखर्जी

पितर पाख

पुरखन के सम्मान का पितर पाख है सार। 
जे हमका जीबन दइन उनखे प्रति आभार।। 

लालू रिसान

चक्की पीसैं के निता लालू धधे रिसान। 
ताकी जनता का मिलै ठाहर सुद्ध पिसान।। 

अम्मा

अम्मा अपने आप मा सबसे पाबन ग्रंथ। 
माता से बढि के नही कउनौ ज्ञानी पंथ।। 

यूरिया गोल!!

काहू का घंटा बजै औ काहू का ढोल। 
पै किसान के खेत से होइगै यूरिया गोल।। 

बुधवार, 19 अगस्त 2020

करोना

नीच चीन के पाप का, देस रहा है भोग। 
रजधानी से गाँव तक बगरा छुतिहा रोग।। 

कहां बची केसे बची, लुकी कहां ठे ओंट।
पेट धंधा से लगि रहा, हमी करोना छोटे।। 

रविवार, 16 अगस्त 2020

उनही सौ सौ नमन Bagheli kavita hemraj hans

उनही सौ सौ नमन जे कीन्हिन जीबन हूम। 
बंदे मातरं बोल के गें फाँसी मा झूम।। 

जिनखे माथे पूर भा आजादी का जग्ग। 
हम भारत बासी हयन उनखर रिनी कृतग्ग।। 

शनिवार, 15 अगस्त 2020