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गुरुवार, 4 जुलाई 2024
आबा है चउमास
गुरुवार, 13 जून 2024
हम आहेंन वहै करी थे किरिआ।।
कहूं गिर गै चिन्हारी नहात बिरिआ।
हम आहेंन वहै करी थे किरिआ।।
बिसरि गयन अपना वा प्रेम का।
जइसन बिस्वा मित्र - मेनका ।।
हमीं आजव लगी अपना पिरिया।
हम आहेंन वहै करी थे किरिआ।।
पहिले सोची अपना मन मा।
मृग मारय आयन तै बन मा।।
पानी पिअंय गयन तै झिरिआ।
हम आहेंन वहै करी थे किरिआ।।
अपना भयन तै हमसे मोहित।
साक्षी हैं रिषि कण्व पुरोहित।।
जब डारि के जयमाला बन्यन तिरिया।
हम आहेंन वहै करी थे किरिआ।।
सुन के सकुन्तला कै बतिया।
धड़कय लाग दुस्यंत कै छतिया।।
तबै नैनन से ढुरकय लगी गुरिया।
हम आहेंन वहै करी थे किरिआ।।
हेमराज हंस
बुधवार, 3 जनवरी 2024
गरीब केर ठंडी
गरीब केर ठंडी
गरीब केर ठंडी
मंगलवार, 2 जनवरी 2024
राम जू कै सजी हिबै राजधानी।
शुक्रवार, 7 अक्तूबर 2022
जब से य मन मोहित होइगा
तोहरे निरछल रूप मां।
एकव अंतर नही जनातै,
चलनी मां औ सूप मां॥
रात रात भर लिहन कराउंटा,
नीद न आई आंॅखिन का।
औ मन बाउर बइकल बागै,
ओ!गोरी तोरे उूब मां॥
सनकिन सनकी बातैं होइ गईं,
लखे न पाइस पलकौ तक।
मन निकार के उंइ धइ दीन्हन,
हमरे दोनिया दूब मां॥
ओंठ पिआसे से न कउनौं,
एक आंखर पनघट बोलिस।
पता नही धौं केतू वाठर,
निकराथें नलकूप मां॥
सातक्षात् तुम पे्रम कै मुरत,
होइ के निठमोहिल न बना।
द्याखा केतू करूना होथी,
ईंटा के ‘स्तूप' मां॥
जब से फुरा जमोखी होइगै,
तन औ मन के ओरहन कै,
तब से फलाने महकै ंलागें,
जइसा मंदिर धूप मां॥
मंगलवार, 21 जनवरी 2020
🙅🙅तै लगते इन्दौर फलनिया 💁💁
जीवन के ताना -बाना कै ।
तैं सूजी हम डोर फलनिया। ।
रिम झिम रिम झिम प्रेम के रित मा ।
9575287490
शनिवार, 21 दिसंबर 2019
आपन बोली
गुरुवार, 19 दिसंबर 2019
बिटिआ कै बसकट (जन्मदिन)
गरीब केर ठंडी
गरीब केर ठंडी
बुधवार, 18 दिसंबर 2019
टोरिया कहा है
✍️ हेमराज हंस भेड़ा मैहर
मंगलवार, 26 नवंबर 2019
फलनिया
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बघेली कविता हम सरबरिया बांम्हन आह्यन मिलब सांझ के हउली मां। मरजादा औ धरम क ब्वारब, नदिया नरबा बउली मां॥ होन मेल जोल भाईचारा कै, ...
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जबसे मूड़े मा कउआ बइठ है। असगुन का लये बउआ बइठ है।। पी यम अबास कै किस्त मिली ही वा खीसा मा डारे पउआ बइठ है।। होइगै येतू मंहग ...