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गुरुवार, 20 अक्तूबर 2022
आचार्य रामसखा नामदेव जी
हमारी ग्राम गिरा रिमही बघेली के "दुष्यंत" आचार्य रामसखा नामदेव जी को "विश्वनाथ सिंह जूदेव स्मृति पुरस्कार" मिलने पर हार्दिक अभिनंदन सादर बधाई। मै व्यक्तिगत रूप से मैं दादा नामदेव जी के लेखन से प्रभावित हूँ। और उनका प्रशंसक हूँ। उनके विवाद और एजेंडा रहित काव्य शैली का मै कायल हूँ। वे बघेली के उन विरले साहित्यकारों में हैं, जो केवल समाज के लिए लिखते हैं,किसी को खुश करने के लिये नहीं। वे किसी सड़ांध बदबूदार विचारधरा के पोषक और पिछलग्गू नहीं हैं।उनके साहित्य में सामाजिक सरोकार , लोक संस्कृति और अपनी माटी की सोंधी सुगंध है। विंध्य और बघेली को ऐसे महान सपूत पर गर्व है। कोटि कोटि बधाई.
शनिवार, 24 सितंबर 2022
सोमवार, 29 जून 2020
असाढ का एक दिन
घटना 29जून 2020 की है। एक किसान राधेकिसन अपने खेत मे धान की नर्सरी लगा रखा था।
उसके खेत के आस पास तीन और किसानों की धान की नर्सरियां लगी हुई थी। गाँव में प्रायः अन्ना मवेशी घूमते रहते हैं। उस दिन भी मवेशी घूम रहे थे। राधेकिसन पशुओं को खेतों से दूर करने के इरादे से उन्हे भगाने की कोशिश कर रहे थे। तभी एक किसान शराब के नशे मे धुत्त आया और राधेकिसन को गरियाने लगा कि मेरे खेत मे पशु लाकर छोड़ दिया है। इसी को कहते हैं होम देते हाथ जले
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