आजादी के दिआ मा, भरिन जे बाती तेल।
देस करै सत सत नमन ,भारत रतन पटेल।।
पांच सै बांसठ राज मा, अइसा कसिन लगाम।
सब उनखे ललकार से ,लिहिन तिरंगा थाम। ।
सिरि सरदार पटेल कै , सूझ बूझ औ ढंग।
देख के साहस बीरता ,दुनिया रहि गय दंग।
गुरिआ गुरिआ गुहि दिहिन ,देस का साहुत सूत।
जय बल्लभ 'सरदार' जी, भारत रतन सपूत। ।
हम भारत बासी करी ,शत शत नमन अभार।
जब तक चंदा सुरिज हें, नाव चली सरदार। ।
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