सोमवार, 13 मई 2024

खतरे मा है।

काहू का गोत्र काहू   का  बान  खतरे मा है। 

ता काहू का भभिस्स बर्तमान  खतरे मा है।। 


उनखर  धइना  देखि   के  फलाने कहा थें

लागा थै  मोहब्बत कै दुकान  खतरे  मा  है।।


कुण्डली    मा   राहु   लगी  है  साढ़े  साती 

पुरोहित  कहा  थें  जजमान  खतरे मा है। 


सोसल   मीडिया   मा  उड़  रहीं   हबूहय 

सूरज  है बंदी रात के  बिहान  खतरे  मा है।


 मुसबा औ जूजू साथै सोफा मा बइठे देखिस 

ता निउ कहय  लगी कि  मकान  खतरे  मा  है।।


डी जे बजैं  लगे  औ डिस्को  चलय  लगा ता 

हंस  कहि  रहे  हैं की  कान  खतरे  मा  है।।

  

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