शुक्रवार, 10 मई 2024

सांझ का सांझ सकार का सकार कहा।।

 गुरतुर का गुरतुर सखार का सखार कहा।

सांझ का सांझ सकार का सकार कहा।। 

 भले केत्तव  सजाबा  बनउक  बिझूका 

तोखार  न  बनी  वोही  धोखार   कहा। । 

हेमराज हंस 

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