गुरुवार, 11 अप्रैल 2024

भक्ती माही लीन है, नगर देस औ गांव

 लोक  पर्ब नवरातरी, सक्ति आराधन   केर। 

बहिनी बिटिआ चल दिहिन, पूजैं देबी  खेर।।

पुजहाई  टठिया  लये, मन  मा  भरे  उराव। 

भक्ती  माही  लीन है,  नगर  देस औ  गांव। ।

हेमराज हंस 


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