बुधवार, 3 अप्रैल 2024

डारी सब जन बोट।

जनता से बिनती हिबय, डारी  सब जन बोट। 
जिव निछोह बिदुरा सकैं, लोकतंत्र के ओंठ ।।  
हेमराज हंस --मैहर 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें