रविवार, 26 फ़रवरी 2023

हम भारत बासी हयन, उनखर रिनी कृतज्ञ


 जय जय अमर सहीद कै, आजादी के मूल।
अपना का अर्पित करी,आंखर आंखर फूल।। 

  
जिनखे  माथे  पूर भा,   आजादी   का   जज्ञ।
हम भारत बासी हयन, उनखर रिनी कृतज्ञ।।

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