शुक्रवार, 10 फ़रवरी 2023

दरे रहा छाती मा क्वादव

दरे रहा छाती मा क्वादव। 
घाव रही या तोहरे बादव।। 
 
सामन मा जे आंधर भे तें 
उनही जेठव लागय भादव। । 
 
बध घर का लहसेन्स बना है 
नोटिस बांच रहे हें माधव। । 
 
हबय इण्डिया सूटबूट मा 
औ भारत के पाँव मा कांदव। । 
 
लहटे हें बनरोझ खेत मा
फसल बची न आधव ध्वाधव । ।
 
लहटे हें रोझबा खेतन मा 
हंस रात भर ताकै यादव । । 

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