गुरुवार, 16 फ़रवरी 2023

अब कोउ कुआं खनाबय नहीं बोर ह्वाथै

अब  कोउ  कुआं खनाबय  नहीं बोर ह्वाथै। 
औ  बोर  करत  बेरिया  खासा शोर ह्वाथै।।
 
उइ पाले रहय तीतुर चमगादर औ अरुआ 
आपन ता रास्ट्रीय पच्छी सुघर मोर ह्वाथै। ।
 
आमा फल का राजा यमै कउनव सक नहीं 
पै  ओहू   माही  थोर   काहि   तोर  ह्वाथै। । 
 
एक   दूसरे   का  उइ   खुब  कहैं  चोट्टा 
जे  पकड़ जाय  जाहिर  वहै  चोर ह्वाथै। । 
 
रूख   मा  मिठास  ही  हराथै  पीलिया 
पै  ओहू  मा  गठान  पोर-- पोर  ह्वाथै। ।
 
"हंस"   वा   गरीब    पै    ईमानदार   है 
रिनिहा  निता  पइसा  मुँहचोर   ह्वाथै। । 

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