बुधवार, 1 फ़रवरी 2023

ससुरार से हँसत ज्याखर बिट्टी आई ही

का   कह्यन  !    गॉव   से   चिट्ठी  आई  ही। 
बीते दिन कै सगली सुध खटमिठ्ठी आई ही।
 
सुन्न   से  सौ    गुना  धन्ना   सेठ   होइगें  
गरीबी  खेत  बारी  मा  घिट्टी आई  ही। । 
 
पीअम अबास से गाँव मा अपनव पक्का बनिगा
काल्है छत डारय का बारू गिट्टी आई ही।।
 
कोऊ  सामर  बनमय कै क्रीम नहीं बेचै 
टीबी मा जब देखा गोरी चिट्टी आई ही। । 
 
आजु  आतंक बाद  कै   खूब  चरचा भै 
कश्मीर  से  फउजी कै मिट्टी आई ही।
 
वा   बाप   बड़ा   भागमानी    है   हंस    
ससुरार से हँसत ज्याखर बिट्टी आई ही   
       @हेमराज हंस  भेड़ा  

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