BAGHELI बघेली RIMHI RACHNA रचना का संगम
जिनखे माथे पूर भा, आजादी का जज्ञ।हम भारत बासी हयन, उनखर रिनी कृतज्ञ।।
खेत बिका कोलिया गहन बिकिगा झुमका टाप।पट्टीदार बिदुराथें सिसकै बिटिअय बाप।।