शनिवार, 4 मार्च 2023

चला फलानिया दारू बेंची।

चला फलानिया दारू बेंची। 
नदिया  खोदी  बारू  बेंची। । 
हरिशचन्द के देस के आह्यन 
लड़िका औ मेहरारू बेंची। । 
@हेमराज हंस भेड़ा मइहर 

सोमवार, 27 फ़रवरी 2023

निरहस आय की बोली दादू

निरहस  आय  की  बोली  दादू। 
या  रहस्स   को   खोली   दादू।।
 
काहू   कै  ता  नींद  उचि ट गय 
कोउ सोबइ खाय के गोली दादू। ।
 
जेखे   प्रेम  कै  फोटो   लये  हा 
वाखर  भरि  गय  ओली   दादू। ।
 
कुछ दिन मा सब भूल बिसर जइ
जनता    बपुरी     भोली   दादू। ।
 
अम्मा   टी बी   माही   मरि  गय 
अब   को  मूड़  थथोली  दादू। ।
 
हंस   से  मउन   नहीं   रहबररै 
हुकुम   होय   ता   बोली  दादू। ।  
@हेमराज हंस 9575287490 

रविवार, 26 फ़रवरी 2023

हम भारत बासी हयन, उनखर रिनी कृतज्ञ


 जय जय अमर सहीद कै, आजादी के मूल।
अपना का अर्पित करी,आंखर आंखर फूल।। 

  
जिनखे  माथे  पूर भा,   आजादी   का   जज्ञ।
हम भारत बासी हयन, उनखर रिनी कृतज्ञ।।

शनिवार, 25 फ़रवरी 2023

थइली ही उनखे निता, रइली हमरे नाम

थइली  ही  उनखे निता, रइली  हमरे नाम।
कइसा हीसा बाँट के, दीन्ह्या हमही राम।
 
चह जेखर जलसा रहै, मिलैं गरीबय थोक। 
हर रइली  के बाद मा, आँसू पीरा सोक।  
   
 
  

गुरुवार, 23 फ़रवरी 2023

'नल तरंग 'बजाउथें बजबइया झांझ के

 

'नल तरंग 'बजाउथें बजबइया झांझ के
देस भक्ति चढ़ा थी फलाने का साँझ के। ।
उनही ईमानदार कै उपाधि दीन गै
जे आँधर बरदा बेंच दइन काजर आंज के। ।
''वीर पदमधर ' 'का य पीढ़ी नही जानै
ओखे बस्ता म हें किस्सा हीर राँझ के।।
पूंछी अपना बपुरी से कि कइसा जी रही
जेही कोऊ गारी दइस होय बाँझ के। ।
अइसा ही अउलाद की कहतै नहीं बनै
महतारी बाप घर मा लुकें मारे लाज के।।
हंस य कवित्त भर से काम न चली
चरित्त का चमकाबा पहिले माँज माँज के। ।
हेमराज हंस ---

खेत बिका कोलिया गहन

 खेत बिका कोलिया गहन बिकिगा झुमका टाप।
पट्टीदार    बिदुराथें    सिसकै    बिटिअय   बाप।

रविवार, 19 फ़रवरी 2023

मूड़ घोटाये भर से कोउ लामा नहीं

 मूड़  घोटाये भर से कोउ लामा नहीं होय । 
जइसा   हर   गरीब   सुदामा  नहीं   होय । । 
उनहूँ  मा  छबि देखा अब्दुल कलाम कै 
सब कोउ आताताई ओसामा नहीं होय । ।
                 @हेमराज हंस भेड़ा 

शनिवार, 18 फ़रवरी 2023

आधी उमिर ता गरिआमै मा चली गै

आधी उमिर  ता  गरिआमै  मा  चली गै। 
औ जउन बची वा तेलिआमै मा चली गै।।

तुम उनखे जिन्दगी  का तजुरबा न पूंछा 
रिसाय  मा  चली गै भंजामै  मा चली गै।। 

गाँव  मा  जबसे  होरी  कै डाँड़ गड़ी ही  
गोरी  का  कबीर  सुनामै   मा चली गै।।

छूला  ता  खूब  फूला  डोंगरी पहार मा 
पै कनैर  का गुलाब  बनामै  मा चली गै।।

 फगुआ का मिली हंस ता अबीर लगाउब 
जेही मन मा दबी बात बतामै मा चली गै।।
@हेमराज हंस भेड़ा 






 
  

गुरुवार, 16 फ़रवरी 2023

अब कोउ कुआं खनाबय नहीं बोर ह्वाथै

अब  कोउ  कुआं खनाबय  नहीं बोर ह्वाथै। 
औ  बोर  करत  बेरिया  खासा शोर ह्वाथै।।
 
उइ पाले रहय तीतुर चमगादर औ अरुआ 
आपन ता रास्ट्रीय पच्छी सुघर मोर ह्वाथै। ।
 
आमा फल का राजा यमै कउनव सक नहीं 
पै  ओहू   माही  थोर   काहि   तोर  ह्वाथै। । 
 
एक   दूसरे   का  उइ   खुब  कहैं  चोट्टा 
जे  पकड़ जाय  जाहिर  वहै  चोर ह्वाथै। । 
 
रूख   मा  मिठास  ही  हराथै  पीलिया 
पै  ओहू  मा  गठान  पोर-- पोर  ह्वाथै। ।
 
"हंस"   वा   गरीब    पै    ईमानदार   है 
रिनिहा  निता  पइसा  मुँहचोर   ह्वाथै। । 

शुक्रवार, 10 फ़रवरी 2023

दरे रहा छाती मा क्वादव

दरे रहा छाती मा क्वादव। 
घाव रही या तोहरे बादव।। 
 
सामन मा जे आंधर भे तें 
उनही जेठव लागय भादव। । 
 
बध घर का लहसेन्स बना है 
नोटिस बांच रहे हें माधव। । 
 
हबय इण्डिया सूटबूट मा 
औ भारत के पाँव मा कांदव। । 
 
लहटे हें बनरोझ खेत मा
फसल बची न आधव ध्वाधव । ।
 
लहटे हें रोझबा खेतन मा 
हंस रात भर ताकै यादव । ।