पूज बिबेकानंद मा है भारत का गर्व।
उनखे बसकट मा रमा युबा दिबस का पर्व।।
रचिन बिबेकानंद जी एक नबा इतिहास।
भारत केर महानता का बगरा परकास।।
जुरे शिकागो मा रहें दुनियां के बिद्वान।
एक सुर मा बोलैं लगें जय जय हिन्दुस्तान।।
चाह शंकराचार्य हों चाह बिबेकानंद।
भारत के जस गान का रचिन रिचा औ छंद।।
⌚हेमराज हंस भेड़ा ⌚
⌚हेमराज हंस भेड़ा ⌚
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