लोकतंत्र कै आतिमा, निर्बाचन मतदान।
बोट डार सब कोउ करी, प्रजातंत्र का मान।।
हेमराज हंस
लोकतंत्र कै आतिमा, निर्बाचन मतदान।
बोट डार सब कोउ करी, प्रजातंत्र का मान।।
हेमराज हंस
देस हमीं जीबन दइस, औ सुबिधा चउकेठ।
हंस हमूं मतदान कइ, बनी नागरिक ठेठ।।
हेमराज हंस
ठेठ = मौलिक
लोकतंत्र आपन हबय, दुनिआ का लकटंट।
जनतै लड़िअमफूस ही ,जनता ही श्री मंत।।
हेमराज हंस
लकटन्ट = अपने आपको विशिष्ठ मानने वाला, गौरवशाली समझने वाला।
लड़िअमफूस= ऐसा व्यक्ति जिसकी कोई कीमत न हो।
नंगदांय करय का एक ठे नंगा हेर ल्या।
कहा ठे लगामाय खै अड़ंगा हेर ल्या।।
चला तउलबाय ल्या कउनाै धर्मकांटा मा
पै ओही अँहणय खातिर पसंघा हेर ल्या । ।
हेमराज हंस
नंगदांय= विधि विरूद्ध एवं अशिष्ट व्यवहार।
अँहणा = एक बर्तन के नाप का दूसरा बर्तन,
पसंघा =असामान्य, अतुलनीय,
हेर ल्या= खोजिये ,तलाशिये