अब भ्रष्टाचार कै चर्चा नही चलै।
फलाने कहा थें ओखे बिन खर्चा नही चलै। ।
भले अजल्याम कै कमाई दबाई मा जा थी
पै ओखे बिन घर का परचा नही चलै। ।
हेमराज हंस
फलाने कहा थें ओखे बिन खर्चा नही चलै। ।
भले अजल्याम कै कमाई दबाई मा जा थी
पै ओखे बिन घर का परचा नही चलै। ।
हेमराज हंस