रविवार, 10 नवंबर 2024

गदहा परेसान है गइया के प्रतिष्ठा मा।।

पसीना का ठगि  के वा  बइठ हबै  भिट्ठा मा। 
कइउ  ठे लजुरी   खिआनी   है   घिट्टा  मा । । 
सेंतय   का   जरा   बरा   जाथै   कमेसुर वा 
गदहा  परेसान  है  गइया  के  प्रतिष्ठा   मा । । 
हेमराज हंस 

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