वे आदर्शों की बात करते हैं। बीते वर्षों की बात करते हैं। । जिनके बच्चे वहां नही पढ़ते वे सरकारी स्कूल औ मदरसों की बात करते हैं। । हेमराज हंस --9575287490
ये मेरे देश में आज के कवि का चरित्र है। जिसकी कविता का निमित्त मात्र वित्त है। । वह देश भक्त सा दिखता है मंच में पैसे के लिए वह लिखता कवित्र है। । हेमराज हंस