रविवार, 13 अक्तूबर 2024

प्रेम भरी पोखरी रही,

 प्रेम भरी पोखरी रही, कोउ दिहिस घघोय। 

जस बिजली के तार का, जम्फर टूटा होय।। 

हेमराज हंस  

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