
12 NOV 2019 AT 1:40
1 NOV 2019 AT 9:58
आपन बोली बानी आपन भेस हमीं चाही।
हमरे पहिचान चिन्हारी का देस हमीं चाही।।
जेखे निता अजीज, गंगा, चिंताली सहीद भें
वा आपन लाड़िल बिंध्य प्रदेश हमीं चाही।।
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बघेली
1 NOV 2019 AT 0:41
जे पुरखन के पींठ का घाव नहीं देखिस।
वा लगथै पबाईदारन का गाँव नहीं देखिस।।
चुनु का संच पाइस ता अक्कास मा उड़ा थै
वा धरती से आपन उखड़त पांव नही देखिस।।-
Bagheli
31 OCT 2019 AT 23:09
आजादी के दिआ मा भरिन जे बाती तेल।
वा भारत रतन सपूत हैं श्री सरदार पटेल।।
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Bagheli






















































































































































































































































