मंगलवार, 17 जनवरी 2023

उइ न हेरे मिलब कउनौ़ किताप मा

 राजनीत चढाथी जब जब पाप मा। 
तब नेतागीरी  सेराथी सिताप मा।।

तुलसी के मानस कै सदा होई आरती

पै उइ  न हेरे मिलिहैं  कउनौ़ किताप मा।

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