मंगलवार, 17 जनवरी 2023

तसल्ली नहीं मिली

 तसला ता मिला खूब तसल्ली नहीं मिली। 
हमरे खिआन पनही का तल्ली नहीं मिली।
 
कउड़ा ताप    ताप   के   गुजारी   रात   हम  
जाड़े मा कबौं ओड़य का पल्ली नहीं मिली।
 
रक्छा  के   इंतजाम   केर   दाबा   बहुत    हें 
घर से जो निकरी बपुरी ता लल्ली नहीं मिली।
 
वा  नामी  धन्ना  सेठ    है  धरमात्मा   बहुत 
पै दुआरे मा गरीब का  रुपल्ली नहीं मिली। 
 
रिकॉड  मा गुदाम लबालब्ब भरी  हय हंस
जब जांच भै त एकठे छल्ली नहीं मिली। 
 
 
 
 
  
 
  

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