शनिवार, 15 अगस्त 2015

bagheli kavi hemraj hans -उई '' सभ्भदारन ''का जाके बता द्या

मुक्तक 

जन सेवक चाही सुभाव से गभुआर अस। 
जे सबका देखै संबिधान के सरकार अस। । 
उई '' सभ्भदारन ''का  जाके  बता द्या 
सदन माही रहबा करैं गाँव के भुइयार अस। । 
हेमराज हंस   9575287490 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें