मंगलवार, 20 अगस्त 2024

सलेंडर परा भुसहरा मा।

 सलेंडर परा भुसहरा मा।

भोजन पकै अदहरा मा।।
तुम बिकास का बाँचा ब्याकरन
हम अटके हयन ककहरा मा। ।
हेमराज हंस

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें