गुरुवार, 6 अप्रैल 2023

कोउ बाहर कोउ अन्दर होइगा।

 कोउ बाहर कोउ अन्दर होइगा।
दानव   देव  केउ  मंदर होइगा।।   

 हमरे   घर   के    आगी   का
 बदला नाव बैसुन्दर होइगा।
 
जे आने   का   हड़पिस  हीसा
 ओही आज भगन्दर होइगा। ।

बन गा   सोने   का   मृग मामा
 औ साधू   दसकंधर  होइगा। ।

पुन   के  छली    जई  अब बृन्दा
 जोलाहल खूब जलंधर  होइगा। ।

चुहकै  'हंस'   ख़ून  जनता  का
 उनखर पेट सिकंदर होइगा। ।
       हेमराज हंस

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