बुधवार, 15 मार्च 2023

बहिनी क एक हजार हर गंगे।

 बहिनी  काहीं  एक  हजार  हर गंगे।
बहनोई  बागै    दाहिजार।। हर गंगे। ।
घंटाघर मा ठाढ़ रहा थै  दुपहर तक। 
तउ  नहीं   पाबै रोजगार।  हर गंगे । ।
      @हेमराज हंस 
 

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