गुरुवार, 22 दिसंबर 2022

पहिले ता खासा आदर भा

पहिले ता खासा आदर भा। 
पुन  फेर  मादर   फादर भा।। 
 
आधी रात तक चली पालटी
 भाई   चारा   सादर  भा।।
 
जब से मुर्रा भइंसी आयी 
झरहा दुखी बिरादर भा। ।
 
पहिले तउ कुछु पता नही,
भरी दुपहरी बादर भा ।
 
धूर्त कला मा फस्ट डिबीजन 
पका पका मन गादर भा। ।
 
मेर मेर के मनइ जग मा 
मान ता कहौं निरादर भा। ।
 
मची हिबै नफरत कै चहदर
अरुआ तक चमगादर भा।।
 
उनखे सहर मा नाच पतुरिया 
हंस के गाँव मा दादर भा। ।
 
 
 
 
 

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