दीपदान कै लालसा , अउ मन मा अनुराग।
चित्रकोट कोउ जा रहा , कोऊ अबध प्रयाग।।हेमराज हंस
स्व. ब्रजमोहन त्रिपाठी जी की पावन स्मृति में विराट काव्यनिशा ग्राम घोरसा बेउहारी में कविवर शिवपाल तिवारी जी के संयोजन संचालन में सम्पन्न हुई। जिसमे बघेली के वरिष्ठ कवि रामसखा नामदेव जी शहडोल, शिवशंकर सरस जी सीधी , विनय प्रांजल जी मझौली , माधव जी बुढ़ार , कवियित्री क्रांति पाण्डेय रीवा आशीष त्रिपाठी मैहर हेमराज हंस ने काव्य पाठ किया कार्यक्रम की गरिमा मयी अध्यक्षता सनातन संस्कृति के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. प्रभुदयाल गौतम जी मैहर धाम ने की एवं वीरेंद्र त्रिपाठी जीतेन्द्र त्रिपाठी शेषा तिवारी जी माता श्री मति सविता त्रिपाठी जी के संरक्षण में परिजन पुरजनो सहित सैकड़ों गणमान्य श्रोताओ ने काव्यनिशा का आनंद लिया।
श्रद्धा औ संगीत का, सपना भा साकार।
नल तरङ्ग संतूर संग, बाजैं लाग सितार।।
हेमराज हंस
मइहर घोसित भा जिला, जनता करै उराव।
पांच सितंबर लिख दइस, स्वर्णाक्षर मा नाव।।
गदगद मइहर धाम है, पूर भा मन कै टेक ।
मेघा बरखें झूम के दइव करै अभिषेक। ।
हेमराज हंस
भारत का जब सफल भा,चन्द्रयान अभियान।