बुधवार, 18 अक्तूबर 2023

हे ! माता स्कंद।

दुनिआ  मा  हो  शान्ती, हे ! माता   स्कंद। 
हे ! दुरगा दुरगति हरा, बाढ़य  प्रेम आनंद।। 

गुँजय मइहर  धाम मा ,भगत ऋचा श्लोक। 
हरतीं मइया सारदा, भक्त  के संकट सोक। । 
@ हेमराज हंस   

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