बुधवार, 13 जुलाई 2016

कइसन चलै अटाला दादू। हेमराज हंस --9575287490

मॅहगाई
कइसन चलै अटाला दादू। 
कुच्छ त  चर्चा चाला दादू।। 
महगाई मा साध्या मउनी 
मुंह मा  लागि गा टाला दादू। । 
हेमराज हंस --9575287490  

bagheli kavita ग़रीब कै मढ़ैया बरसा उधेर लीन्हिस ।

मॅहगाई 

 ग़रीब कै मढ़ैया बरसा  उधेर लीन्हिस । 
मंहगाई मनई का चरसा उधेर लीन्हिस । 
मलागिर खिआय गा घिस घिस के हंस 
चंदन कै गमक सगली ह्वरसा उधेर लीन्हिस। । 
हेमराज हंस======= 9575287490 

गुरुवार, 30 जून 2016

जब से मूड़े मा कउआ बइठ है। हेमराज हंस ===9575287490

बघेली लोक साहित्य 

जब से मूड़े मा कउआ बइठ है। 
अशगुन लये बऊआ बइठ है। । 
 इंदिरा आवास कै क़िस्त मिली ही 
वा खीसा मा डारे पउआ बइठ है। । 
पर साल चार थे दाना नहीं भा 
औ सेंदुर रुपया लये नउआ बइठ है। । 
छै महिना से मजूरी नहीं मिली 
वा कखरी मा दाबे झउआ बइठ है। । 
उइ कहा थें देस भ्रष्टाचार मुक्त है 
कुर्सी मा जहां देखा तहां खउआ बइठ है। । 
गरीबी से बोलिआय का अंदाज अलग है 
उई हंस का बताउथे भतखउआ बइठ है। । 
हेमराज हंस ===9575287490     

शनिवार, 14 मई 2016

बघेली साहित्यbagheli sahitya हेमराज हंस : भर धांधर जो पिअय खै आबा मध्य प्रदेश। । हेमराज हं...

बघेली साहित्यbagheli sahitya हेमराज हंस : भर धांधर जो पिअय खै आबा मध्य प्रदेश। । हेमराज हं...: बघेली  दारू बन्द बिहार मा दिहिन नितीश अदेश।  भर धांधर जो पिअय खै आबा मध्य प्रदेश। ।  आबा मध्य प्रदेश हियां ता खुली ही हउली।  पानी कै ही...

बघेली साहित्यbagheli sahitya हेमराज हंस : श्रम का निचोड़ा जा रहा है अर्क देश में।। हेमराज हंस...

बघेली साहित्यbagheli sahitya हेमराज हंस : श्रम का निचोड़ा जा रहा है अर्क देश में।। हेमराज हंस...:               मजदूर की है जिंदगी नर्क देश में !   मजदूर की  है जिन्दगी नर्क देश में।  श्रम का निचोड़ा जा रहा है अर्क देश में। ।  बाँ...

बघेली साहित्यbagheli sahitya हेमराज हंस : kavita देश भक्तों की चिता पे घास मिलेगी। ।

बघेली साहित्यbagheli sahitya हेमराज हंस : kavita देश भक्तों की चिता पे घास मिलेगी। ।: जानता हूँ कल कलम की लाश मिलेगी।  लेखनी की टूटी हुई साँस मिलेगी।  ।  भ्रष्टाचारियों के स्मारक बनेंगे  देश भक्तों की चिता पे घास मिलेगी।  ...

शनिवार, 30 अप्रैल 2016

बघेली साहित्यbagheli sahitya हेमराज हंस : श्रम का निचोड़ा जा रहा है अर्क देश में।। हेमराज हंस...

बघेली साहित्यbagheli sahitya हेमराज हंस : श्रम का निचोड़ा जा रहा है अर्क देश में।। हेमराज हंस...:               मजदूर की है जिंदगी नर्क देश में !   मजदूर की  है जिन्दगी नर्क देश में।  श्रम का निचोड़ा जा रहा है अर्क देश में। ।  बाँ...

श्रम का निचोड़ा जा रहा है अर्क देश में।। हेमराज हंस --मैहर ==9575287490

              मजदूर की है जिंदगी नर्क देश में !

 मजदूर की  है जिन्दगी नर्क देश में। 
श्रम का निचोड़ा जा रहा है अर्क देश में।। 
बाँझ समाधान की तुम  बात तो सुनो 
दे रहे हैं कैसे कैसे तर्क देश में। । 
दरबार तलुये चाट ता है धन्ना सेठ के 
उपचार का हुआ न कोई चरक देश में। । 
वक्त की परिधि का अतिक्रमण तो देखिये 
वो कर रहा है बारह घण्टे वर्क देश में। । 
धन कुबेर हो गये स्वयं ही संविधान 
श्रमिकों का कर रहे हैं बेडा गर्क देश में। । 
मजदूरों के बीच'' दत्ता -नियोगी ''नहीं रहे 
अफ़सोस कर रहा है हंस फ़र्क देश में। । 
हेमराज हंस --मैहर ==9575287490 

गुरुवार, 28 अप्रैल 2016

विंध्य कै पीरा

                    विंध्य कै पीरा 

हमरे बिंध्य मा भरा खजाना, खनिजन के भण्डार का। 
तउ  हिआं के लड़िका ललकैं  रोटी औ  रोज़गार का !!

चारिव  कइती  खुली  फैकटरी  उडै  गुंग  औ  धूर।  
 बपुरे  बेरोजगार     के  सपना तउ  हें चकना चूर। । 
 
रोज  भगा  थें   बम्बई   सूरत   दादू    राजू  झल्ला। 
पै सिंघासन  करै  न एकव  उइ  बपुरेन  का तल्ला। । 
 
जे उद्योगन के निता सजाइस मन के स्वागत द्वार का। 
तउ हिआं  के लड़िका  बागैं रोटी  औ   रोज़गार का !!
 
जय जबान औ जय किसान का कइसा निकरै नारा। 
बेरोजगार  बागैं   जमान  औ खेतिहर फिरै निकारा।।  
 
अउने - -पउने    दाम    चली   गै   खेती   केर  जघा।
 मीठ - मीठ  बातन मा परिके   बागै  ठगा   --ठगा। । 
 
उद्योगन  के निता   दइस  जे  पेटे  के  आधार  का। 
तउ  हिआं  के लड़िका  बागैं रोटी औ रोज़गार का !!
हेमराज हंस ===मैहर 9575287490 

गुरुवार, 14 अप्रैल 2016