शनिवार, 30 अप्रैल 2016

बघेली साहित्यbagheli sahitya हेमराज हंस : श्रम का निचोड़ा जा रहा है अर्क देश में।। हेमराज हंस...

बघेली साहित्यbagheli sahitya हेमराज हंस : श्रम का निचोड़ा जा रहा है अर्क देश में।। हेमराज हंस...:               मजदूर की है जिंदगी नर्क देश में !   मजदूर की  है जिन्दगी नर्क देश में।  श्रम का निचोड़ा जा रहा है अर्क देश में। ।  बाँ...

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