अबै गरीबन के लगी टप टप अंसुअन धार।
अइसा मा कइसा लिखी पायल कै झंकार।।लेबल
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मंगलवार, 28 नवंबर 2023
शनिवार, 11 नवंबर 2023
नेतन मा वात्सायन देखा
प्रगतिशील का आयन देखा।
राजनीत मा रसायन देखा।।
बेशरमी तक शरमिंदा ही
नेतन मा वात्सायन देखा।।
शुक्रवार, 27 अक्तूबर 2023
स्व. ब्रजमोहन त्रिपाठी जी की पावन स्मृति में विराट काव्यनिशा ग्राम घोरसा बेउहारी में कविवर शिवपाल तिवारी जी के संयोजन संचालन में सम्पन्न हुई। जिसमे बघेली के वरिष्ठ कवि रामसखा नामदेव जी शहडोल, शिवशंकर सरस जी सीधी , विनय प्रांजल जी मझौली , माधव जी बुढ़ार , कवियित्री क्रांति पाण्डेय रीवा आशीष त्रिपाठी मैहर हेमराज हंस ने काव्य पाठ किया कार्यक्रम की गरिमा मयी अध्यक्षता सनातन संस्कृति के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. प्रभुदयाल गौतम जी मैहर धाम ने की एवं वीरेंद्र त्रिपाठी जीतेन्द्र त्रिपाठी शेषा तिवारी जी माता श्री मति सविता त्रिपाठी जी के संरक्षण में परिजन पुरजनो सहित सैकड़ों गणमान्य श्रोताओ ने काव्यनिशा का आनंद लिया।
बुधवार, 18 अक्तूबर 2023
हे ! माता स्कंद।
दुनिआ मा हो शान्ती, हे ! माता स्कंद।
हे ! दुरगा दुरगति हरा, बाढ़य प्रेम आनंद।।
गुँजय मइहर धाम मा ,भगत ऋचा श्लोक।
हरतीं मइया सारदा, भक्त के संकट सोक। ।
@ हेमराज हंस
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बघेली कविता हम सरबरिया बांम्हन आह्यन मिलब सांझ के हउली मां। मरजादा औ धरम क ब्वारब, नदिया नरबा बउली मां॥ होन मेल जोल भाईचारा कै, ...
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जबसे मूड़े मा कउआ बइठ है। असगुन का लये बउआ बइठ है।। पी यम अबास कै किस्त मिली ही वा खीसा मा डारे पउआ बइठ है।। होइगै येतू मंहग ...