शनिवार, 14 मई 2016

बघेली साहित्यbagheli sahitya हेमराज हंस : श्रम का निचोड़ा जा रहा है अर्क देश में।। हेमराज हंस...

बघेली साहित्यbagheli sahitya हेमराज हंस : श्रम का निचोड़ा जा रहा है अर्क देश में।। हेमराज हंस...:               मजदूर की है जिंदगी नर्क देश में !   मजदूर की  है जिन्दगी नर्क देश में।  श्रम का निचोड़ा जा रहा है अर्क देश में। ।  बाँ...

बघेली साहित्यbagheli sahitya हेमराज हंस : kavita देश भक्तों की चिता पे घास मिलेगी। ।

बघेली साहित्यbagheli sahitya हेमराज हंस : kavita देश भक्तों की चिता पे घास मिलेगी। ।: जानता हूँ कल कलम की लाश मिलेगी।  लेखनी की टूटी हुई साँस मिलेगी।  ।  भ्रष्टाचारियों के स्मारक बनेंगे  देश भक्तों की चिता पे घास मिलेगी।  ...

शनिवार, 30 अप्रैल 2016

बघेली साहित्यbagheli sahitya हेमराज हंस : श्रम का निचोड़ा जा रहा है अर्क देश में।। हेमराज हंस...

बघेली साहित्यbagheli sahitya हेमराज हंस : श्रम का निचोड़ा जा रहा है अर्क देश में।। हेमराज हंस...:               मजदूर की है जिंदगी नर्क देश में !   मजदूर की  है जिन्दगी नर्क देश में।  श्रम का निचोड़ा जा रहा है अर्क देश में। ।  बाँ...

श्रम का निचोड़ा जा रहा है अर्क देश में।। हेमराज हंस --मैहर ==9575287490

              मजदूर की है जिंदगी नर्क देश में !

 मजदूर की  है जिन्दगी नर्क देश में। 
श्रम का निचोड़ा जा रहा है अर्क देश में।। 
बाँझ समाधान की तुम  बात तो सुनो 
दे रहे हैं कैसे कैसे तर्क देश में। । 
दरबार तलुये चाट ता है धन्ना सेठ के 
उपचार का हुआ न कोई चरक देश में। । 
वक्त की परिधि का अतिक्रमण तो देखिये 
वो कर रहा है बारह घण्टे वर्क देश में। । 
धन कुबेर हो गये स्वयं ही संविधान 
श्रमिकों का कर रहे हैं बेडा गर्क देश में। । 
मजदूरों के बीच'' दत्ता -नियोगी ''नहीं रहे 
अफ़सोस कर रहा है हंस फ़र्क देश में। । 
हेमराज हंस --मैहर ==9575287490 

गुरुवार, 28 अप्रैल 2016

विंध्य कै पीरा

                    विंध्य कै पीरा 

हमरे बिंध्य मा भरा खजाना, खनिजन के भण्डार का। 
तउ  हिआं के लड़िका ललकैं  रोटी औ  रोज़गार का !!

चारिव  कइती  खुली  फैकटरी  उडै  गुंग  औ  धूर।  
 बपुरे  बेरोजगार     के  सपना तउ  हें चकना चूर। । 
 
रोज  भगा  थें   बम्बई   सूरत   दादू    राजू  झल्ला। 
पै सिंघासन  करै  न एकव  उइ  बपुरेन  का तल्ला। । 
 
जे उद्योगन के निता सजाइस मन के स्वागत द्वार का। 
तउ हिआं  के लड़िका  बागैं रोटी  औ   रोज़गार का !!
 
जय जबान औ जय किसान का कइसा निकरै नारा। 
बेरोजगार  बागैं   जमान  औ खेतिहर फिरै निकारा।।  
 
अउने - -पउने    दाम    चली   गै   खेती   केर  जघा।
 मीठ - मीठ  बातन मा परिके   बागै  ठगा   --ठगा। । 
 
उद्योगन  के निता   दइस  जे  पेटे  के  आधार  का। 
तउ  हिआं  के लड़िका  बागैं रोटी औ रोज़गार का !!
हेमराज हंस ===मैहर 9575287490 

गुरुवार, 14 अप्रैल 2016

मंगलवार, 12 अप्रैल 2016

रविवार, 10 अप्रैल 2016

संझा से लै रात तक मढ़ई भगत कै तान।। हेमराज हंस ==9575287490

बघेली 
जबा देबारे बोबरि गा होय हूम अस्थान। 
संझा से लै रात तक मढ़ई भगत कै तान।। 
हेमराज हंस ==9575287490 

आबा बसन्त स्वागत है पै ठूंठ बचा है। ==. हेमराज हंस --9575287490

बघेली
आबा बसन्त स्वागत है पै ठूंठ बचा है। 
अपना के अपमान का घूंट बचा है।। 
धूधूर धुँआ धुंध से गाँव खाँसा थै 
मन के  प्रदूषण का मूठ  बचा  है। । 
. हेमराज हंस --9575287490 

बघेली== पण्डा बइठ देवार मा बजै नगरिया झांझ। ==हेमराज हंस ==9575287490

बघेली
पण्डा बइठ देवार मा बजै नगरिया झांझ। 
हांक परी ओच्छा मोरी गूँजे नौ दिन साँझ।। 
हेमराज हंस ==9575287490