शनिवार, 12 मार्च 2016

शुक्रवार, 11 मार्च 2016

bagheli poemझंडी सत्ता पक्ष कै या कि लिखा ल्या 'प्रेस '

बघेली 
झंडी सत्ता पक्ष कै या कि लिखा ल्या 'प्रेस '
निधड़क होइ के पुन चला लगी न कउनव केस.
हेमराज हंस 

bagheli kavitaउई महतारी कै गारी देथें पइदा भे हें खीर से ?

बघेली 
उई महतारी कै गारी देथें पइदा भे  हें खीर से ?
या कि मकरध्वज अस महावीर से। । 
मान्यन कि काँटा गूल दइस दुष्ट वा रहा 
ता का अपना नफरत करब सगले अहीर। । 
हेमराज हंस --9575287490  

गुरुवार, 10 मार्च 2016

bagheli kavita देस द्रोही कै रक्षा दरोगा करा थें। ।

बघेली 
जे खाय के पतरी मा भोंगा करा थें। 
उई ओहिन का खासा तरोगा करा थें।। 
कइसा   बिडंबना   ही मोरे  देस कै ,
देस द्रोही कै रक्षा दरोगा करा थें। । 
हेमराज हंस --9575287490    

सोमवार, 7 मार्च 2016

बघेली मुक्तक
भले अपने देस मा प्रदूषण खूब हें। 
समाज मा बिराध औ बिदूषक खूब हें। । 
पै जब तक छत्रसाल अस करेजा बाले हें 
तब तक समाज मा भूषन खूब हें। । 
हेमराज हंस ===9575287490

उई बड़े पइसा बाले हें उनसे नमस्ते करा। BAGHELI KAVITA

बघेली
उई बड़े पइसा बाले हें उनसे नमस्ते करा। 
मुँह ओरमाय के नही  हँसते हँसते करा। । 
बड़े  दरगदानी  हें  भले  टेक्स    चोर हैं 
उनखे पंडाल कै चर्चा रस्ते रस्ते करा। । 
हेमराज हंस -9575287490

रविवार, 6 मार्च 2016

शनिवार, 5 मार्च 2016

bagheli kavita एक क्वाटर रोज पिया। ।

उई कहा थें युग-युग जिया। 
एक क्वाटर रोज पिया। । 
देखत रहा टुकुर-टुकुर 
आपन ओंठ सिया। । 
 हेमराज हंस --9575287490

बुधवार, 2 मार्च 2016

बघेली साहित्यbagheli sahitya हेमराज हंस : bagheli kavitaजस पियरी पहिरे छलै पञ्चवटी का सन्त। ...

बघेली साहित्यbagheli sahitya हेमराज हंस : bagheli kavitaजस पियरी पहिरे छलै पञ्चवटी का सन्त। ...: अस कागद के फूल मा गमकैं लाग बसन्त।  जस पियरी पहिरे छलै पञ्चवटी का सन्त। ।  हेमराज हंस --9575287490

bagheli kavitaजस पियरी पहिरे छलै पञ्चवटी का सन्त। ।

अस कागद के फूल मा गमकैं लाग बसन्त। 
जस पियरी पहिरे छलै पञ्चवटी का सन्त। । 
हेमराज हंस --9575287490