लेबल

गुरुवार, 12 दिसंबर 2024

संत सताबत देख के

 संत सताबत देख के,लगी हिदय मा ठेस।

केतू नामक हराम है, जालिम बांग्ला देस।।
हेमराज हंस

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें