गुरुवार, 31 अक्तूबर 2019

घाव नही देखिस

जे पुरखन के पींठ का घाव नहीं देखिस।
वा लगथै पबाईदारन का गाँव नहीं देखिस।। 
चुनु का संच पाइस ता अक्कास मा उड़ा थै 
वा धरती से आपन उखड़त पांव नही देखिस।। 

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