गुरुवार, 21 जनवरी 2016

चउकस  गिरा मघावट भाई। 
 जिव मा सबके तरावट आई।। 
गद्गद भै किसान कै छाती 
करिस सजावट धरती माई। । 
हेमराज हंस  
रुपिया किलो गोहूँ दुइ रुपिया पिसाई। 
खाय मोर ललुआ पोबै मोर दाई। । 
तुमहूं गरीबी का पंचनामा बनबा ल्या 
बोलिआय देवर हसै भउजाई। । 
हेमराज हंस 

मंगलवार, 19 जनवरी 2016

पीठे मा कोड़न के दाग देख ल्या। हेमराज हंस

पहिले पीठे मा   कोड़न के दाग देख ल्या
फेर गरीबन से आपन अनुराग देख ल्या।। 
डस रहे गरीबन का जे  गाँव गाँव मा 
दरबारन के पाले पोसे नाग देख ल्या। । 
हेमराज हंस   

कवि समाज के साथ ठाढ़ ह्वा थै ।। हेमराज हँस

वर्तमान आज के साथ ठाढ़ ह्वा थै । 
दरबारी ताज के साथ ठाढ़ ह्वा थै । 
पीरा के आँसू अगाधैं उरयाहै का 
कवि समाज के साथ ठाढ़ ह्वा थै । 
हेमराज हँस

कमाई दबाई मा जा थी हेमराज हंस

 अब भ्रष्टाचार कै चर्चा नही चलै। 
फलाने कहा थें ओखे बिन खर्चा नही चलै। । 
भले अजल्याम कै कमाई दबाई मा जा थी 
पै ओखे बिन घर का परचा नही चलै। । 
हेमराज हंस

सोमवार, 18 जनवरी 2016

फियुज बलफ से अजोर का उद्घाटन हेमराज हंस 9575287490

जब जन सेवक विकास खा रहे हें। 
ता बकुला शरम के मारे सल्फास खा रहे हें।। 
फियुज बलफ से अजोर का उद्घाटन 
बिजली घर सगला प्रकाश खा रहे हें। । 
हेमराज हंस                   9575287490  

पतरी केर दुलार। हेमराज हँस

बघेली 
चाँदी कै चम्मच करै पतरी केर दुलार। 
चमचागिरी देखि के दोनिया परी उलार।। 
हेमराज हँस  

रविवार, 17 जनवरी 2016

पवाईदार दिया का दुपट्टा ताना थें। ।

सब सुरिज का सराहा थें निकहा माना थें। 
पै ओखर पवाईदार दिया का दुपट्टा ताना  थें। 
 ओरहन दये मा गिरहन कै धमकी 
दरबारी ओजोन परत मा कट्टा ताना थे। । 
हेमराज हंस  

हम गंगा लै आनित बइठ के नेबार मा। ।

चुङइलिन के भाव अबै नीक के ठंडान नही 
अभुआय लगे हें परेत पुन देबार मा। 
शहरन मा गॉवन मा घर घर दुआर मा। । 
कहिन सेंतै भागीरथ तपिस्या करिन तै 
हम गंगा लै आनित बइठ के नेबार मा। । 
हेमराज हंस

शनिवार, 16 जनवरी 2016

मटकी पर मटकी धरे मटकी मटकी जाय।
सागर की औकात क्या कुम्भज लिया समाय। । 
जनता का पलुहा रहें दय  दय के लहकउर। 
गोबर से घिनहा थें धरे चउक मा गउर। । 
हेमराज हंस    

आबा नियर चुनाव। ।

गुण्डा लागैं सन्त कस  बदला यतर सुभाव। 
कहिन फलाने अस लगै आबा नियर चुनाव। । 
हेमराज हंस