मानो भादव कइ रहा कान्हा जनम उराव।।
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सोमवार, 17 अगस्त 2020
रविवार, 16 अगस्त 2020
भारत रत्न अटल जी
भारत माता के रतन लाड़िल अटल लोलार।
जन जन के हिरदय बसें दीन्हिस देस दुलार।।
अटल बिहारी देस के उज्जर एक चरित्र।
उनखे अस को देस मा भला बताबा मित्र।।
भारत के नेतन निता अटल एक इसकूल।
देस देय श्रद्धांजली सादर आंखर फूल।।
उनही सौ सौ नमन Bagheli kavita hemraj hans
उनही सौ सौ नमन जे कीन्हिन जीबन हूम।
बंदे मातरं बोल के गें फाँसी मा झूम।।
जिनखे माथे पूर भा आजादी का जग्ग।
हम भारत बासी हयन उनखर रिनी कृतग्ग।।
गुंडन का न मारा Bagheli kavita
गुंडन का न मारा काल्ह नेता बन जई।
पाथर जब खिअई ता रेता बन जई।।
कनून बनाई पबित्र सदन मा बइठ के
हमरे संबिधान का बिधि बेत्ता बन जई।।
शनिवार, 15 अगस्त 2020
रविवार, 12 जुलाई 2020
भुतबा नहीं रहै
बेसाही सरकार का रुतबा नही रहै।
जइसा कठपुतरी मा सुतबा नही रहै।।
भले पूजा जिंद बरम बीस ठे खबीस
पै हनुमान चलीसा बांचा त भुतबा नहीं रहै।।
सोमवार, 29 जून 2020
असाढ का एक दिन
घटना 29जून 2020 की है। एक किसान राधेकिसन अपने खेत मे धान की नर्सरी लगा रखा था।
उसके खेत के आस पास तीन और किसानों की धान की नर्सरियां लगी हुई थी। गाँव में प्रायः अन्ना मवेशी घूमते रहते हैं। उस दिन भी मवेशी घूम रहे थे। राधेकिसन पशुओं को खेतों से दूर करने के इरादे से उन्हे भगाने की कोशिश कर रहे थे। तभी एक किसान शराब के नशे मे धुत्त आया और राधेकिसन को गरियाने लगा कि मेरे खेत मे पशु लाकर छोड़ दिया है। इसी को कहते हैं होम देते हाथ जले
शनिवार, 27 जून 2020
शनिवार, 20 जून 2020
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