शुक्रवार, 20 सितंबर 2024

पबरित परसाद भंडासराध कइ रहे हें।।

जे मंदिर कै हमरे खंडित मरजाद कइ रहे हें। 
पबरित   परसाद    भंडासराध   कइ  रहे  हें।। 
उनहीं   पकड़  के  सीधे  सूली  मा  टांग  द्या 
हमरे  धरम के साथ जे अपराध   कइ  रहे  हें।। 
हेमराज हंस -भेड़ा मैहर 

मंगलवार, 10 सितंबर 2024

ता दारू बेचत पकड़ गा दूध के लाइसेंस मा।।

 अबहूँ   कउनव   सक  है   हमरे  सेन्स   मा। 
उइ     कोरेक्स   ढो   रहे  हें   एम्बुलेंस  मा।। 
ओखे  डब्बा  कै  जब  तलासी    लीन   गै 
ता दारू बेचत पकड़ गा दूध के लाइसेंस मा।।  
हेमराज हंस 

शुक्रवार, 6 सितंबर 2024

जबसे उंइ डेहरी चढ़ीं ,

 हाथे मा मेंहदी रची , कर स्वारा सिगार।
गउरी पूजैं का चली ,सजी सनातन नार। ।

खूब फलिहाइस रात भर, दिन निर्जला उपास। 
देखा  भारतीय  प्रेम के ,  अंतस  केर मिठास ।। 

जबसे उंइ डेहरी चढ़ीं ,  छूट हिबय सरफूंद ।  
हमरे  जीबन के  दिहिन , सगले अबगुन मूंद।।    
हेमराज हंस