बघेली साहित्य bagheli sahitya हेमराज हंस
BAGHELI बघेली RIMHI RACHNA रचना का संगम
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अटलबिहारी।
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कवि रवि शंकर चौबे
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CHITRKOOT KAVI SAMMELAN 14.08.2024
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sahitya
SAMMAN PATRA
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रविवार, 18 जून 2023
जाति बाद के मथरे परंगत नहीं परै।
जाति बाद के मथरे परंगत नहीं परै।
राबन के बहकाये मा अंगद नहीं परै।।
चाह जउन जात केर होय धन्नासेठ
पै गरीब के साथ वाखर पंगत नहीं परै।।
हेमराज हंस
सब दिनहुं पेड़ माही पत्ता नहीं रहै।
सब दिनहुं पेड़ माही पत्ता नहीं रहै।
बसंत केर सब दिना सत्ता नहीं रहै।।
कोउ दिन मा चार बेर ओन्हा बदला थै
काहू के देह माही लत्ता नहीं रहै। ।
तास के खेलइया हारा थें जीता थें
हर चाली माही टम्प का पत्ता नहीं रहै। ।
चेरउरी कइ के आपन सम्मान करामैं
सब कोउ उनखे नाई ललत्ता नहीं रहै। ।
शनिवार, 10 जून 2023
उइ दल के बड़े बफादार हें , पै प्रत्याशी जात का चाही।
उइ दल के बड़े बफादार हें , पै प्रत्याशी जात का चाही।
टिकस मिलै भाई भतीज का ,या की अपने नात का चाही।।
जे दरबारी भितरघात मा सरासरीहन पकड़े गें तें
तउअव उनही पुरुस्कार अउर बिक्ख सुकरात का चाही।।
हेमराज हंस
मनो रोग के बैद से, कर बाई उपचार ।
मनो रोग के बैद से, कर बाई उपचार ।
उमिर भै अस्सी पार तउ, रोगी हमैं बिचार।।
कर बाई उपचार, दृष्टि मा दोख है दददा।
चीकन चांदन राह, लगै अपना का खडडा।।
बलिहारी या समय का कइसा हबय कुजोग।
जे हमार सम्माननीय ,ग्रस्त हें मन के रोग। ।
बुधवार, 7 जून 2023
जाति बाद मा बंद
राष्ट्रबाद से सुरू भा ,जाति बाद मा बंद।
केत्ते सुर बदलय परें, गामय का एक छंद।।
हेमराज हंस
शनिवार, 3 जून 2023
कउन ही आपन सउंज
भला बताई आप से, कउन ही आपन सउंज।
अपना बोतल का पियी, हम पी पानी अउंज।
।
हेमराज हंस
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व्यंग्यकार के व्यंग सुनाकर आप अपने को हंसने से नहीं रोक पाएंगे #chitrako...
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बघेली कविता हम सरबरिया बांम्हन आह्यन मिलब सांझ के हउली मां। मरजादा औ धरम क ब्वारब, नदिया नरबा बउली मां॥ होन मेल जोल भाईचारा कै, ...
जबसे मूड़े मा कउआ बइठ है
जबसे मूड़े मा कउआ बइठ है। असगुन का लये बउआ बइठ है।। पी यम अबास कै किस्त मिली ही वा खीसा मा डारे पउआ बइठ है।। होइगै येतू मंहग ...