गरीबन का तीज तेउहार नही होय।
ओ से वोट के अलाबा बेउहार नही होय। ।
वा चाह ज्याखर जिन्दावाद बोलय
पै 'रित 'के बिना राम जोहर नही होय। ।
हेमराज हंस
ओ से वोट के अलाबा बेउहार नही होय। ।
वा चाह ज्याखर जिन्दावाद बोलय
पै 'रित 'के बिना राम जोहर नही होय। ।
हेमराज हंस
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें