गुरुवार, 13 अगस्त 2015


''साहित्य सिर की पगड़ी और राजनीत जूती है कभी कभी पगड़ी की सुरक्षा के लिये जूतियां हाथ में लेनी पड़ती है ,,

मंगलवार, 11 अगस्त 2015

त्राहिमाम जनता


त्राहिमाम जनता करय गुंडा हाकै राज। 
मुड़धारियन के कण्ठ से निकरै नही अबाज। । 
  हेमराज हंस ---9575287490 

सोमवार, 3 अगस्त 2015

जय विंध्य  जय भारत 

विंध्य की बोली बघेली को वैश्विक पटल पर परिचित कराने का प्रयास 

हेमराज हंस   
पिता श्री  परमेश्वर दीन 
माताश्री तारा देवी 
ग्राम पो. गोबरी 
तहसील  मैहर 
जिला  सतना 
मप्र  ४८५७७४ 
मोबाइल ---9575287490 

रविवार, 2 अगस्त 2015

बघेली साहित्य हेमराज हंस : बघेली साहित्य हेमराज हंस : शोषण करते जाति का स्व...

बघेली साहित्य हेमराज हंस : बघेली साहित्य हेमराज हंस : शोषण करते जाति का स्व...: बघेली साहित्य हेमराज हंस : शोषण करते जाति का स्वयं जाति के लोग। । हेमराज हंस... : बने हितैषी घूमते रचते नाना ढोंग।  शोषण करते जाति का स्...

बघेली साहित्य हेमराज हंस : शोषण करते जाति का स्वयं जाति के लोग। । हेमराज हंस...

बघेली साहित्य हेमराज हंस : शोषण करते जाति का स्वयं जाति के लोग। । हेमराज हंस...: बने हितैषी घूमते रचते नाना ढोंग।  शोषण करते जाति का स्वयं जाति के लोग। ।  हेमराज हंस

शोषण करते जाति का स्वयं जाति के लोग। । हेमराज हंस


बने हितैषी घूमते रचते नाना ढोंग। 
शोषण करते जाति का स्वयं जाति के लोग। । 
हेमराज हंस 

बघेली साहित्य हेमराज हंस : कवि हेमराज हंस जाति वाद उनके लिए सत्ता क...

बघेली साहित्य हेमराज हंस : कवि हेमराज हंस जाति वाद उनके लिए सत्ता क...: जिसने कभी विकास पर दिया तनिक न ध्यान।  जाति   वाद   उनके  लिए  सत्ता का सोपान। ।   हेमराज हंस 9575287490 

कवि हेमराज हंस जाति वाद उनके लिए सत्ता का सोपान। ।


जिसने कभी विकास पर दिया तनिक न ध्यान। 
जाति   वाद   उनके  लिए  सत्ता का सोपान। ।
  हेमराज हंस 9575287490